1. श्वेत फॉस्फोरस मोम जैसा मुलायम रवेदार पदार्थ होता है ।2. श्वेत फॉस्फोरस मोम जैसा मुलायम रवेदार पदार्थ होता है ।3. श्वेत फॉस्फोरस कास्टिक सोडा (NaOH) के साथ गर्म करने पर फॉस्फीन गैस उत्पन्न होती है-4. गैस की उपस्थिति में वाष्प बनाकर एकाएक ठंडा करने पर यह वापस श्वेत फॉस्फोरस में परिणत हो जाता है । 5. श्वेत फॉस्फोरस को नाइट्रोजन या कार्बन डाई ऑक्साईड गैस की उपस्थिति में 250 पर गर्म करने पर यह लाल फॉस्फोरस में तब्दील हो जाता है ।6. श्वेत फॉस्फोरस को नाइट्रोजन या कार्बन डाई ऑक्साईड गैस की उपस्थिति में 250 पर गर्म करने पर यह लाल फॉस्फोरस में तब्दील हो जाता है ।7. श्वेत फॉस्फोरस को किसी अंधेरे कमरे में रखने पर इससे निकलता हुआ प्रकाश देखा जा सकता है जो कि इसके हौले हौले दहन के फलस्वरूप निकलता है ।8. इसे 550 डिग्री सेंटीग्रेड पर N या CO गैस की उपस्थिति में वाष्प बनाकर एकाएक ठंडा करने पर यह वापस श्वेत फॉस्फोरस में परिणत हो जाता है । 9. श्वेत फॉस्फोरस को किसी अंधेरे कमरे में रखने पर इससे निकलता हुआ प्रकाश देखा जा सकता है जो कि इसके हौले हौले दहन के फलस्वरूप निकलता है ।